उत्तम परदेस में बेरोजगारी 2 परसेंट से भी कम है… सूबे के लोग जनमे से तुर्रमखां होते हैं…
गांव में छोटा मोटा काम नहीं करेंगे… झंडा उठाएंगे जरूर…दूसरे राज्य में जाकर ठेला लगाएंगे, रिक्शा चलाएंगे..
किसी पारटी के कार्यकर्ताओं की लात खाएंगे, डंडे खाएंगे
और
साल में एक बार जब मुलुक जाएंगे,
तो अच्छा शर्ट पेंट सिला लेंगे और आंख पे काला चश्मा पहन कर मोटरसाइकिल पर फर्राटा भरेंगे…
और फिर किसी चौराहे पर किसी गुमटी में बइठ के मंडली के साथ राजनीति का ज्ञान पेलेंगे…
लेकिन अपने खेत पर काम करनेवाले बाप की मदद नहीं करेंगे…
पड़ोसी मुसलमान को टायर पंचर बनाते देख खुस हो लेंगे…
किसी एससी एसटी परधान को लपड़िया कर मजा ले लेंगे… लेकिन खेत पर काम नहीं करेंगे…
एक महीने का रिचार्ज कराकर इंटरनेट पर बीडियो देखेंगे,..
फिलमी लौंडियों के नाच देखेंगे…
खुलेआम ब्लू फिलिम भी डाउनलोड करेंगे,
लेकिन मेहनत नहीं करेंगे…
अब ऐसे लोगों के लिए बाबा सरकार ने इक शानदार फैसला लिया है!
परदेश के सभी गांवों में ग्राम सचिवालय के 50 मीटर की परिधि में मुफ्त इंटरनेट उपलब्ध कराया जाएगा..।!!
अब बचवा दिन भर मोबाइल में डेटा खींच खींच कर मस्त रहेगा…
नौकरी थोड़े ही करेगा, जरूरत भी नहीं है… उनका नेता है ना…
देसी दारू तमाखू का बंदोबस्त कर ही देगा…
सबसे बड़ा उपहार फ्री का इंटरनेट तो मिल ही रहा है ना… सब कुछ अच्छा है…