नई दिल्ली। वैश्विक सलाहकार कंपनी ग्रांट थॉर्नटन ने गुरुवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ग्लोबल मैक्रोइकनॉमिक आउटलुक और पूंजी बाजार की मौजूदा स्थितियों को देखते हुए निवेशकों ने बड़े निवेश को लेकर सतर्क रुख अपनाया हुआ है। इसके कारण भारत में सौदा गतिविधियों में नरमी रही है।
ग्रांट थॉर्नटन की भागीदार शांति विजेता ने कहा कि भारत में सौदा गतिविधियां अगस्त 2022 में सालाना आधार पर मूल्य के हिसाब से पिछले महीने की तुलना में आधी यानी 4.1 अरब डॉलर रह गई हैं। मात्रा के हिसाब से इसमें करीब 40 प्रतिशत की कमी आई है।
जुलाई की तुलना में 23 प्रतिशत कम सौदे हुए हैं।अगस्त में कुल 131 सौदे हुए, जो विलय और अधिग्रहण मोर्चे पर 1.5 अरब डॉलर के 21 सौदे हुए, जो 79 प्रतिशत अधिक है। इसमें 1.3 अरब डॉलर का जेएसडब्ल्यू एनर्जी-मायत्रा एनर्जी का सौदा शामिल है। निजी इक्विटी निवेश के मामले में मूल्य के हिसाब से सौदे 67 प्रतिशत घटकर 2.5 अरब डॉलर रहे। इसमें 110 सौदे हुए।

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