मराठा आरक्षण, पाकिस्तान खिलाड़ियों का सम्मान, मिली जुली सरकार को लेकर उद्धव ने कही बड़ी बात
प्रहरी संवाददाता, मुंबई। कभी ‘एक पार्टी, एक विचार और एक मैदान’ के रूप में विख्यात रही शिवसेना की दशहरा रैली अब दो गुट, दो मैदान और दो शक्ति प्रदर्शन में बदल गई है। शिवसेना उद्धव गुट की दशहरा रैली दादर के शिवाजी पार्क पर और शिवसेना शिंदे गुट की दशहरा रैली सीएसटी स्थित आजाद मैदान में हुई। महाराष्ट्र की सियासी हलचल में दोनों ही गुट ने एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए खुद के गुट को असली बताया।
विजयदशमी के मौके पर शिवाजी पार्क में आयोजित दशहरा रैली में शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख ने महाराष्ट्र की शिंदे सरकार पर बड़ा हमला बोला। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हिम्मत है तो चुनाव कराएं और जनता आपको बताएगी कि असली शिवसेना कौन है? मैं आपको महाराष्ट्र में चुनाव कराने की चुनौती देता हूं।
उद्वव ने गुजरात के अहमदाबाद में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के स्वागत पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि गुजरात में नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में पाकिस्तान के क्रिकेटरों का स्वागत करने के लिए फूलों की वर्षा की गई। गरबा का नृत्य किया गया। यह देख उन्हें एक पल के लिए लगा कि पाक खिलाड़ी शायद बीजेपी में शामिल हो गए हैं क्या?
उद्धव ने कहा, ‘जब मैं मुख्यमंत्री था तो कभी भी पुलिस से प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करने के लिए नहीं कहा गया। आज मराठा समुदाय के साथ बर्बरता की जा रही है। मौजूदा सरकार जनरल डायर सरकार है।’
वहीं दूसरी ओर, आजाद मैदान में दशहर रैली को संबोधित करते शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर पलटवार किया। शिंदे ने कहा कि मैदान-स्थल महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि विचारधारा और विचार महत्वपूर्ण हैं।
शिंदे ने कहा कि उनकी रैली में बालासाहेब के विचार हैं। असली शिवसेना आजाद मैदान में है। उन्होंने कहा कि सत्ता के लिए उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व को धोखा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजाद मैदान में आज आजाद शिवसैनिक जुटे हैं।
सीएम शिंदे ने कहा, ‘मैं मराठा समाज के लोगों को ये विश्वास दिलाता हूं कि मेरे शरीर में जब तक खून का आखिरी कतरा रहेगा, तब तक मैं मराठा आरक्षण के लिए लड़ूंगा। मराठा समाज के लोगों को मराठा आरक्षण दिलवाकर रहूंगा।’