मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान कथित फर्जी कोविड जांच के मामले में कई पैथॉलॉजी सेंटर्स के निदेशकों के आवासीय व कार्यालय परिसर में छापा मारकर फर्जी बिल, लैपटॉप, मोबाइल फोन और संपत्ति के दस्तावेज बरामद किए हैं। ईडी ने 30.9 लाख रुपये कैश जब्त किए हैं।
ईडी ने शुक्रवार को फर्जी कोविड परीक्षण के संबंध में नोवस पैथ लैब्स, डीएनए लैब्स, मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज, डॉ. लाल चंदानी लैब्स प्रा लिमिटेड और नलवा लेबोरेटरीज प्रा लिमिटेड के निदेशकों के आवासीय और कार्यालय परिसर की तलाशी ली। यह तलाशी अभियान देहरादून, हरिद्वार, दिल्ली, नोएडा और हिसार में चलाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि उत्तराखंड पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की थी। जांच में सामने आया कि संबंधित लैब्स को रैपिड एंटीजन के संचालन का ठेका उत्तराखंड सरकार ने दिया था। लेकिन रैपिड एंटीजन टेस्ट और आरटी-पीसीआर टेस्ट में फर्जीवाड़ा करते हुए फर्जी बिलों की मदद से अवैध तरीके से वित्तीय लाभ अर्जित किया। संबंधित लैब्स को पहले ही 3.4 करोड़ रुपये का आंशिक भुगतान किया गया था।