प्रधानमंत्री के लिए महामृत्युंजय जाप
अखिलेश के लिए हो रहा अपराजेय यज्ञ
प्रहरी संवाददाता, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा का सियासी रणभूमि सज चुकी है। केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार एक बार फिर से धर्म, मंदिर और हिंदू-मुस्लिम के नाम पर चुनावी अखाड़ा जीतना चाह रही है।
सूबे में जिस तरह की सियासत चल निकली है, उससे लग रहा है कि इस बार भी लोगों को विकास का नारा खोखला साबित होगा। इस बार के चुनाव में शास्त्र और शस्त्र के तौर पर इस्तेमाल किए जा रहे हैं। नेताओं की रक्षा के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया जा रहा है, तो वहीं पार्टी की जीत के लिए अपराजेय यज्ञ भी कराए जा रहे हैं।
धार्मिक अनुष्ठानों की चर्चा
देश भर में गुरुवार को दो धार्मिक अनुष्ठानों की काफी चर्चा रही। इनमें से एक है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं की ओर से कराया जा रहा महामृत्युंजय मंत्र का जाप, तो वहीं, दूसरा समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की ओर से कराया जा रहा अपराजेय यज्ञ का अनुष्ठान।
बता दें कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब के दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा व्यवस्था में एक गंभीर चूक का मसला सामने आया था। प्रधानमंत्री के काफिले को प्रदर्शनकारियों ने फ्लाइओवर पर 20 मिनट तक रोक लिया। इसके बाद पीएम बिना रैली में हिस्सा लिए वापस लौट गए।
उन्होंने बयान दिया कि सीएम का धन्यवाद, जो वह बठिंडा एयरपोर्ट तक जिंदा वापस लौट पाए। पीएम के इस बयान के बाद भाजपाई कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़ा करने लगे। उन्होंने गुरुवार को पीएम की जान की रक्षा के लिए देश भर में महामृत्युंजय मंत्र के जाप का आह्वान किया।
अखिलेश के लिए अपराजेय यज्ञ
सूबे की तकरीबन हर पार्टी अब धार्मिक रीति-रिवाजों, परंपराओं और अनुष्ठानों को लेकर काफी गंभीर हो गई है। बीजेपी के महामृत्युंजय जाप अभियान के अलावा समाजवादी पार्टी भी अपने नेता की जीत के लिए यज्ञ का सहारा लेने लगी है। सपा के कार्यकर्ताओं ने हरदोई में अपराजेय यज्ञ कराया है। आगामी विधानसभा चुनाव में सपा की जीत सुनिश्चित कराने के लिए यह यज्ञ अनुष्ठान कराया जा रहा है।