जानकारी भारत में सरकारी ब्रीफिंग के बजाय विदेशी मीडिया के माध्यम से सामने आई
✍🏻 प्रहरी संवाददाता, नई दिल्ली। भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने पुष्टि की है कि 7 मई 2025 को पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष में भारतीय वायुसेना के कुछ लड़ाकू विमान नष्ट हुए। सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग के दौरान ब्लूमबर्ग टीवी को दिए इंटरव्यू में उन्होंने यह खुलासा किया, हालांकि नष्ट हुए विमानों की संख्या बताने से इनकार कर दिया।
जनरल चौहान पहले भारतीय अधिकारी हैं, जिन्होंने इस नुकसान की सार्वजनिक तौर पर पुष्टि की। उन्होंने कहा, “महत्वपूर्ण यह नहीं कि कितने विमान गिरे, बल्कि यह कि वे क्यों गिरे। हमने गलतियों को पहचाना, सुधार किए और दो दिन बाद अपने विमानों को फिर से उड़ाया।”
जनरल चौहान ने पाकिस्तान के उस दावे को खारिज किया, जिसमें कहा गया था कि 7 मई को छह भारतीय लड़ाकू विमान, जिनमें तीन रफाल शामिल थे, मार गिराए गए। उन्होंने इसे “पूरी तरह गलत” बताया।
यह जानकारी भारत में सरकारी ब्रीफिंग के बजाय विदेशी मीडिया के माध्यम से सामने आई। इससे पहले मई में चार दिवसीय संघर्ष के दौरान विदेश सचिव विक्रम मिसरी और एयर मार्शल एके भारती ने नुकसान की खबरों का खंडन नहीं किया था। एयर मार्शल भारती ने कहा था, “युद्ध में नुकसान स्वाभाविक है।” हालांकि उन्होंने कोई विशिष्ट जानकारी नहीं दी।
जनरल चौहान ने बताया कि भारत ने सामरिक गलतियों को सुधारकर लंबी दूरी से लक्ष्य साधने की रणनीति अपनाई। उन्होंने कहा, “हमने गलतियों का समाधान किया और विमानों को फिर से ऑपरेशन में लगाया।”
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने दावा किया था कि उनकी सेना ने छह भारतीय विमान, जिनमें तीन रफाल, एक एसयू-30 और एक मिग-29 शामिल थे, के साथ-साथ एक हेरॉन ड्रोन मार गिराया।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने रॉयटर्स के हवाले से इसकी पुष्टि की थी। हालांकि, भारत ने इन दावों को अतिरंजित बताया। जनरल चौहान ने जोर देकर कहा कि भारत ने नुकसान से सबक लिया और अपनी रणनीति को और मजबूत किया।