नहीं थम रही है रुपये में गिरावट, रेकॉर्ड निचले स्तर पर
प्रहरी संवाददाता, मुंबई। भाजपा सरकार भले ही लाख दावा कर ले कि देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है, लेकिन डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा। कमजोर रुपया सरकारी दावों की पोल खोल रहा है। बुधवार को भी डॉलर के मुकाबले रुपया 61 पैसे कमजोर होकर अब तक के रेकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया।
बता दें कि जुलाई से अक्टूबर 2022 में अब तक भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले करीब 3.16 प्रति डॉलर तक फिसल चुका है, जबकि पिछले साल के मुकाबले यह 9.12 प्रति डॉलर तक कमजोर हुआ है। पिछले 22 वर्षों में यानी वर्ष 2000 से अक्टूबर 2022 तक डॉलर के मुकाबले रुपया 38.09 प्रति डॉलर तक लुढ़का है। वर्ष 2010 में भारतीय रुपया 45.73 प्रति डॉलर पर था, जो आज लुढ़ककर 83.01 डॉलर के पार हो गया।
पिछले सप्ताह केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भारतीय रुपये में जारी भारी गिरावट को लेकर जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने एक अलग ही बयान दे दिया। वित्त मंत्री ने कहा, ‘रुपया गिर नहीं रहा, बल्कि डॉलर निरंतर मजबूत हो रहा है। डॉलर के आगे अन्य सभी देशों की करंसी की हालत एक जैसी है।’ उन्होंने यह नहीं बताया कि जब देश की इकोनॉमी लगातार बढ़ रही है तो रुपया कमजोर क्यों हो रहा है।