दो किसान संघ प्रदर्शन से अलग हुए, संसद तक प्रस्तावित पैदल मार्च स्थगित करने पर विचार
समाचार प्रहरी, नई दिल्ली
दिल्ली में मंगलवार को ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में 300 पुलिस कर्मियों के घायल होने के बाद इस मामले में प्रमुख किसान नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। किसान नेता राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, दर्शन पाल और गुरनाम सिंह चढ़ूनी समेत 37 किसान नेताओं के नाम एफआईआर दर्ज हुए हैं। इस बीच, दो किसान संघों ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन से खुद को अलग होने का फैसला किया है। प्रदर्शनकारी किसान संगठन गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी में हुई हिंसा के मद्देनजर, तीन कृषि कानूनों के खिलाफ एक फरवरी को संसद तक प्रस्तावित पैदल मार्च को स्थगित करने पर भी विचार कर रहे हैं। एक फरवरी को केंद्रीय बजट भी पेश होना है।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि 22 प्राथमिकी दर्ज की गई है और करीब 200 लोगों को हिरासत में लिया गया है। हिंसा में शामिल लोगों की पहचान के लिए विभिन्न वीडियो और सीसीटीवी फुटेज देखी जा रही हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने कहा कि समयपुर बादली में दर्ज प्राथमिकी में टिकैत, यादव, दर्शन पाल और चढ़ूनी समेत 37 किसान नेताओं के नाम हैं और उनकी भूमिका की जांच की जाएगी। प्राथमिकी में आईपीसी की धाराओं 307 (हत्या का प्रयास), 147 (दंगों के लिए सजा), 353 (किसी व्यक्ति द्वारा एक लोक सेवक / सरकारी कर्मचारी को अपने कर्तव्य के निर्वहन से रोकना) और 120बी (आपराधिक साजिश) को शामिल किया गया है।