मुंबई। आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के मुंबई और नवी मुंबई क्षेत्र में एक रियल एस्टेट समूह के खिलाफ तलाशी अभियान चलाते हुए लगभग 300 करोड़ रुपये की कर चोरी का खुलासा किया। छापे के दौरान 6 करोड़ रुपये का कैश भी बरामद हुआ है।
आयकर विभाग ने 25 नवंबर 2021 को मुंबई और नवी मुंबई के रेसिडेंसियल और कॉमर्शियल प्रोजेक्ट बनाने वाली एक रियल एस्टेट समूह पर छापा मारा था। लगभग 30 परिसरों में चलाए गए तलाशी और जब्ती अभियान के तहत टैक्स चोरी के कई मामलों का खुलासा हुआ। यह कंपनी मुख्य रूप से स्लम बस्तियों के पुनर्वास परियोजनाओं में लिप्त है।
कर चोरी के लिए कंपनी ने विभिन्न तरीके आजमाए। फ्लैटों की बिक्री के तहत कंपनी ने 100 करोड़ रुपये की नकद रकम प्राप्त की थी। इस संदर्भ में आयकर विभाग को कई दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए। ग्राहकों को ऑन-मनी कंपोनेंट के बराबर का एक वचन पत्रक जारी किया जाता था। फ्लैट के पंजीकरण के बाद इन वचन पत्रों को नष्ट कर दिया जाता था।
आयकर विभाग को यह भी जानकारी मिली है कि झुग्गी-झोपड़ियों के मूल निवासियों से मकान खाली कराने के लिए अन्य व्यक्तियों को बेहिसाब नकद का भुगतान किया गया है। स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी (एसआरए) के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन और अनियमितताओं के साथ ही टीडीएस के प्रावधानों का पालन करने में चूक का भी पता चला है। इस समूह ने अपने द्वारा दावा किए गए कुछ भुगतानों के लिए आय स्रोत पर कर में कटौती नहीं की है, जो कि कुल 300 करोड़ रुपये से ज्यादा है।