- गांव का नाम बदल कर रखा ‘अल शाम’
- आतंकियों की भर्ती शुरू थी, जांच एजेंसी ने मॉड्यूल का कर दिया भंडाफोड़
डिजिटल न्यूज डेस्क, मुंबई: महाराष्ट्र के एक गांव को आतंकी सीरिया बनाने की पूरी तैयारी में थे। आतंकवादियों का मंसूबा जिहाद के नाम पर भारत को दहलाने का था। इस गांव में रहकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का था। सीरिया की तरह भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए आईएसआईएस ने इसी गांव से काम शुरू किया था। यह खुलासा एनआईए की जांच से हुआ है।
एनआईए के अनुसार, भिवंडी और पड़घा के इस गांव में सभी आतंकवादी इकट्ठा होने लगे थे। सभी राज्यों में लोकल सेल बनाकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना था। आतंकियों ने गांव को ‘स्वतंत्र’ भी घोषित कर दिया था और गांव का नाम बदलकर ‘अल शाम’ कर दिया था। देशभर से जिहादी युवाओं को इस गांव में लाकर उन्हें आतंकवाद की ट्रेनिंग देने की खतरनाक योजना बनाई गई थी।
पडघा से 15 आतंकियों को किया गया गिरफ्तार
बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को ही पुणे, मुंबई और ठाणे जिलों में एक साथ छापेमारी की थी। पडघा गांव से 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया। छापेमारी में आतंकियों की इस भयानक साजिश का खुलासा हुआ।
जेल से बाहर आते ही फिर सक्रिय हुआ था नाचन
इसमें घाटकोपर ब्लास्ट का मुख्य आरोपी साकिब नाचन भी शामिल है। उसके बेटे शमील नाचन और भाई आकिब नाचन को भी गिरफ्तार किया गया है। साकिब नाचन मुंबई बम धमाकों का भी आरोपी है। इस मामले में नाचन को दस साल की सज़ा सुनाई गई थी।
एनआईए को जानकारी मिली थी कि जेल से बाहर आने के बाद वह फिर से सक्रिय हो गया है। साकिब नाचन पर संगठन में शामिल लोगों को ‘बेथ’ यानी आईएसआईएस के प्रति निष्ठा की शपथ दिलाने की जिम्मेदारी थी।
ड्रोन हमले की योजना थी
आतंकियों ने मुंबई समेत देश के कई जगहों पर जाकर रेकी की थी। इन लोगों को विदेश से पैसा मिल रहा था। उनकी योजना भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ड्रोन से हमला करने की थी। ड्रोन हमलों का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा था। एनआईए के ऑपरेशन के बाद आईएसआईएस के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है। एनआईए की ओर से की गई इस कार्रवाई से महाराष्ट्र में एक बार फिर आईएसआईएस मॉड्यूल को ध्वस्त किया गया।