भारतीय सेना के शीर्ष कमांडरों का चार दिवसीय सम्मेलन सोमवार से
देश की सुरक्षा चुनौतियों और एलएसी के हालात की होगी समीक्षा
नई दिल्ली। भारतीय सेना के शीर्ष कमांडरों का चार दिवसीय सम्मेलन सोमवार से दिल्ली में शुरू होने जा रहा है। इस सम्मेलन में पूर्वी लद्दाख और चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से लगे अन्य संवेदनशील क्षेत्रों समेत देश की सुरक्षा चुनौतियों की गहन समीक्षा की जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक वर्ष 2021 का दूसरा सैन्य कमांडर सम्मेलन 25 से 28 अक्टूबर तक नई दिल्ली में होगा। यह सम्मेलन साल में दो बार अप्रैल और अक्टूबर के महीने में होता है। सोमवार से दिल्ली में शुरू हो रहे इस सम्मेलन में सैन्य कमांडर पिछले कुछ सप्ताह में जम्मू-कश्मीर में आम नागरिकों की हत्याओं की घटनाओं की पृष्ठभूमि में सुरक्षा हालात को लेकर गंभीर विचार-विमर्श करेंगे। साथ ही सैन्य कमांडर अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के भारत और क्षेत्र की सुरक्षा पर संभावित असर पर भी चर्चा कर सकते हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे की मौजूदगी में पूर्वी लद्दाख में मौजूदा घटनाक्रमों की समीक्षा की जाएगी। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी भी सम्मेलन का हिस्सा होंगे। लद्दाख सीमा पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पिछले 17 महीने से गतिरोध की स्थिति है। हालांकि दोनों पक्षों ने टकराव को टालने की कोशिश की है।