चुनावी राज्यों से 1018 करोड़ कैश बरामद, ड्रग्स व शराब बरामद, साल 2017 में 300 करोड़ रुपये जब्त किए गए
मुंबई। केंद्र सरकार ने नोटबंदी करते हुए दावा किया था कि देश में काला धन नकदी रुपये की शक्ल में जमा है। नोटबंदी से काला धन समाप्त हो जाएगा और चुनाव में बड़े पैमाने पर होने वाले नकदी के उपयोग पर लगाम लगेगी, लेकिन 5 साल बाद स्थिति एकदम अलग है। साल 2017 के चुनाव की तुलना में चार गुना ज्यादा कैश बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही बड़े पैमाने पर ड्रग्स व शराब भी बरामद हुई है।
चुनाव आयोग ने अपने एक बयान में कहा है कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा के विधानसभा चुनाव में अब तक 1000 करोड़ से अधिक की नकदी, ड्रग्स, शराब और अन्य सामान जब्त किया गया है। इससे साफ पता चलता है कि नोटबंदी का कोई असर चुनाव पर नहीं हुआ है।
चुनाव आयोग ने अपने बयान में कहा कि 109 करोड़ की ड्रग्स प्रवर्तन निदेशालय ने पंजाब से जब्त किया है, जबकि 8 लाख लीटर शराब उत्तर प्रदेश से जब्त हुई है।
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग ने 299 करोड़ 84 लाख रुपये के अवैध सामान जब्त किए थे, जबकि साल 2022 के विधानसभा चुनाव में साल 2017 से 4 गुना अधिक रुपये की नकदी, ड्रग्स और अन्य अवैध सामान चुनाव आयोग द्वारा जब्त किया जा चुका है।