अधिकारी और साइबर विशेषज्ञ ने डि़जिटल वॉलेट से ट्रांसफर किए थे करोड़ों रुपये
मुंबई। पुणे पुलिस ने एक पूर्व आईपीएस अधिकारी और एक साइबर विशेषज्ञ के खिलाफ करोड़ों रुपये की कथित क्रिप्टोकरंसी धोखाधड़ी के मामले में पुणे की एक अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया गया है।
मार्च महीने में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी रवींद्र पाटिल और साइबर विशेषज्ञ पंकज घोडे को महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार किया था। रोचक बात यह भी है कि पुलिस क्रिप्टोकरंसी धोखाधड़ी के मामलों को सुलझाने में मदद करने के लिए इनकी सेवा ले रही थी।
पुलिस ने बताया कि दोनों अधिकारियों ने ‘डिजिटल वॉलेट’ से अपने खातों में करोड़ों रुपये का गलत तरीके से ट्रांसफर करने के बाद जांचकर्ताओं को कथित तौर पर धोखा दिया। पुणे की शिवाजीनगर साइबर पुलिस स्टेशन के निरीक्षक अंकुश चिंतामन ने कहा कि सोमवार को अदालत में पाटिल और घोडे के खिलाफ 4,400 पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया गया है।
भारतीय पुलिस सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले पाटिल और घोडे को पुणे पुलिस ने वर्ष 2018 में दर्ज दो क्रिप्टोकरंसी मामलों की जांच के लिए नियुक्त किया था। जांच के दौरान पाटिल ने अपने खाते में कुछ क्रिप्टोकरंसी ट्रांसफर कर लिया, जबकि घोडे ने आंकड़ों में हेराफेरी करके पुलिस को खातों के स्क्रीनशॉट उपलब्ध कराए थे।
