प्रहरी संवाददाता, मुंबई। चार राज्यों की 16 राज्यसभा सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान प्रक्रिया समाप्त हुई। देर शाम राजस्थान और कर्नाटक की सभी 4-4 सीटों के नतीजे घोषित कर दिए गए, जबकि हरियाणा की दो और महाराष्ट्र की 6 सीटों की काउंटिंग चुनाव आयोग ने रोक दी है। दरअसल, राज्यसभा की 57 सीटों पर चुनाव होने थे, लेकिन 41 सीटों पर प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं।
चारों राज्यों में वोटिंग को लेकर उठापटक देखी गई। भाजपा ने दो राज्यों में कांग्रेस विधायकों पर गोपनीयता का नियम तोड़ने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने भी भाजपा पर नियमों का उल्लंघन करने के आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की है।
महाराष्ट्र में मतदान के योग्य सभी 285 विधायकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बॉम्बे हाई कोर्ट से महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक और पूर्व मंत्री अनिल देशमुख को झटका लगा है। अदालत ने दोनों नेताओं को राज्यसभा चुनाव में मतदान करने की तत्काल अनुमति देने से इनकार कर दिया।
राजस्थान की 4 सीटों में से कांग्रेस ने तीन सीटें जीत ली हैं, जबकि भाजपा को एक सीट मिली है। कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार मुकुल वासनिक, रणदीप सिंह सुरजेवाला और प्रमोद तिवारी को जीत मिली है, जबकि निर्दलीय सुभाष चंद्रा पराजित हो गए। सुरजेवाला को 43, वासनिक को 42 और तिवारी को 41 वोट मिले। भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी को 43 वोट मिले। निर्दलीय सुभाषचंद्रा को 30 वोट मिले।
इसी तरह, कर्नाटक की कुल 4 सीटों में से भाजपा को तीन और कांग्रेस को एक सीट पर जीत मिली है। कर्नाटक से भाजपा प्रत्याशी केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और कांग्रेस के जयराम रमेश को जीत मिली है।
हरियाणा और महाराष्ट्र में वोटों की गिनती पूरी नहीं हो पाई। महाराष्ट्र में भाजपा ने महाराष्ट्र विकास आघाड़ी के तीन विधायकों पर गोपनीयता के नियम तोड़ने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग में शिकायत की है, तो वहीं कांग्रेस ने भाजपा के एक नेता और उसके एक समर्थित निर्दलीय विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। हरियाणा में भी भाजपा और उसके समर्थित एक निर्दलीय उम्मीदवार ने कांग्रेस के दो वोट रद्द करने की मांग करते हुए शिकायत की है।
उधर, उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव में सभी 13 विधान परिषद प्रत्याशी निर्विरोध विजयी होंगे। यूपी की 13 विधानसभा सीटों पर सिर्फ 13 नामांकन हुए हैं। बीजेपी के 9 और सपा के 4 प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। इससे सभी प्रत्याशियों का निर्विरोध जीतना लगभग तय है। हालांकि देर रात तक आधिकारिक घोषणा नहीं की गई थी।