समाचार प्रहरी, मुंबई। कोरोना महामारी के कारण पैदा हुई अनिश्चितता ने सेफ-हैवन संपत्ति के रूप में गोल्ड में निवेश की डिमांड बढ़ाई है। सोमवार को स्पॉट गोल्ड की कीमतें 0.7 प्रतिशत बढ़कर 1754.5 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई थीं। कोरोनो वायरस के कारण अमेरिका और चीन में समस्याएं गहरा रही हैं।
एंजल ब्रोकिंग लिमिटेड के नॉन-एग्री कमोडिटीज एंड करेंसीज के चीफ एनालिस्ट प्रथमेश माल्या ने बताया कि महामारी के कारण निवेशकों ने अनिश्चितता को देखते हुए सेफ-हैवन संपत्ति के रूप में सोने में निवेश का विकल्प पसंद कर लिया है। इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की रिपोर्टों ने भी निराशाजनक तथ्य की ओर इशारा किया है कि कोरोना से बेरोजगारी बढ़ सकती है। दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने व्यावहारिक प्रोत्साहन और उपायों ने पीली धातु की कीमतों को सपोर्ट किया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमतें 1.79 प्रतिशत बढ़कर 40.5 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुई हैं। ओपेक ने उत्पादन में कटौती को जारी रखने का फैसला कायम रखा है। हालांकि, कच्चे तेल के लाभ सीमित ही रहे, क्योंकि चीन जैसे कई स्थानों पर, कोरोनो वायरस के नए मामले सामने आए हैं। पहले से ही दुनियाभर में हवाई और सड़क यातायात पर प्रतिबंध की वजह से कमजोर मांग ने तेल की कीमतों में वृद्धि को सीमित कर दिया है।