आगरा में परीक्षा शुरू होते ही व्हाट्सएप पर आ गया मैथ-बायोलॉजी का पेपर
डिजिटल न्यूज डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार नकल माफिया और पेपर लीक माफिया पर नकेल कसने में एक बार फिर नाकाम हुई है । राज्य शिक्षा बोर्ड का 12वीं परीक्षा के दो पेपर लीक होने का मामला सामने आया है। शिक्षा विभाग ने जीव विज्ञान और गणित के पेपर लीक मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है।
बता दें कि सीएम योगी ने पेपर लीक के घटना को राष्ट्रीय पाप कहते हुए जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाकर उन तत्वों से सख्ती और कठोरतम तरीके से निपटने की बात कही थी। लेकिन उनकी इस धमकी को दरकिनार करते हुए दो पेपर फिर से लीक कर दिए गए।
जांच में सामने आया कि जैसे ही परीक्षा शुरू हुई, विनय चौधरी नाम के एक व्यक्ति ने एक घंटे बाद ही ऑल प्रिंसिपल वॉट्सऐप ग्रुप पर दो विषयों के पेपर अपलोड कर दिए। बाद में ग्रुप से यह पेपर डिलीट कर दिया गया। बताया जा रहा है कि 12वीं के जीव विज्ञान और गणित का पेपर गुरुवार को शुरू होने के एक घंटे बाद पेपर आगरा में वॉट्सऐप के दो ग्रुप पर वायरल होने लगा था।
आगरा के डिप्टी डायरेक्टर एजुकेशन ने बताया कि डॉ. इंद्र प्रकाश सिंह सोलंकी डीआईओएस की तहरीर पर थाना फतेहपुर सिकरी में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है. जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन कर दिया गया है।
गौरतलब है कि हाल ही में यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक होने के कारण रद्द करने का फैसला लिया गया था। परीक्ष रद्द करने का आदेश देते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं की मेहनत और परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई का आश्वासन दिया था।