प्रहरी संवाददाता, इटावा। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि होली बहुरंगी त्योहार है, लेकिन कुछ लोगों को केवल एक रंग पसंद है।
इटावा में अपने पैतृक गांव सैफई में होली मिलन समारोह को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ‘होली का त्योहार हमें खुशियां मनाने, एक-दूसरे को गले लगाने का मौका दे रहा है। आपको और मुझे संकल्प लेना चाहिए कि हम अन्याय के खिलाफ लड़ते रहेंगे । यह (होली) एक बहुरंगी त्योहार है, कुछ लोगों को रंग पसंद नहीं हैं, वे केवल एक ही रंग पसंद करते हैं। लेकिन हमारा लोकतंत्र तब मजबूत होगा जब इसमें अलग-अलग विचारधारा और अलग-अलग सोच के बहुरंगी लोग होंगे।’
अखिलेश ने कहा, ‘सरकार द्वारा आयोजित कोई परीक्षा ऐसी नहीं बची, जिसका प्रश्नपत्र लीक न हुआ हो। सरकार जानबूझ कर प्रश्न पत्र लीक करवा रही है, क्योंकि सरकार नहीं चाहती नौकरी देना पड़े, नौकरी देना पड़ेगा तो आरक्षण भी देना पड़ेगा। इनके हाथ मे न रोजगार है न नौकरी देना, आगे आने वाले 10 सालों तक बीजेपी सरकार में बनी रही तो ये शादी भी नहीं होने देगी, नौकरी के इंतजार मे तब तक बूढ़े हो जाओगे।’
महंगाई चरम पर है, लेकिन…
सपा प्रमुख ने यह भी कहा कि महंगाई चरम पर है। उन्होंने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि बीजेपी के कार्यकाल मे एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। जिस देश में एक लाख किसान आत्महत्या कर रहे हों, जहां नौजवानों को नौकरी ना हो, उद्योग कारखाने न लग पा रहे हों, वह देश कैसे ‘विकसित भारत’ बनेगा।
…तो चुनावी बॉन्ड काला धन हो जाता है
चुनावी बॉण्ड को लेकर यादव ने तंज कसते हुए कहा, ‘ये चुनावी बॉण्ड सबसे ज्यादा कहां गये, सब जान गये हैं। चंदा तो स्वेच्छा से या लोगों की मदद करने के लिए देते हैं। लेकिन जहां ईडी, सीबीआई, आयकर विभाग का दबाव वसूलने के लिए बनाया जाता है उसे ‘वसूली’ कहते हैं। चुनावी बॉन्ड पर सबसे ज्यादा बैंडबाजा बीजेपी की ओर से बजाया जा रहा है। अगर कोई बीजेपी को पैसा देता है, तो यह दान है और अगर यह किसी और को देता है तो यह काला धन है।’