देश के प्रस्तावित 100 शहरों में से 13 शहरों ने अपनी सभी परियोजनाएं पूरी कर ली: सरकार की रिपोर्ट
डिजिटल न्यूज डेस्क, नई दिल्ली।
केंद्र की बीजेपी नीत सरकार दावा करती रही है कि उसके शासन काल में 70 साल की तुलना में सबसे ज्यादा विकास कार्य हुए हैं, लेकिन 10 साल के बाद केवल 100 में से 13 शहर ही स्मार्ट सिटी मिशन के तहत प्रोजेक्ट को पूरा कर सके हैं।
केंद्र की बीजेपी सरकार ने गुरुवार को लोकसभा को अवगत कराया कि स्मार्ट सिटी मिशन (एससीएम) के तहत 100 में से 13 स्मार्ट शहरों ने अपनी सभी परियोजनाएं पूरी कर ली हैं, जबकि 48 शहरों ने 90 प्रतिशत से अधिक काम पूरा कर लिया है। इस वर्ष 15 नवंबर तक देश में 1,64,669 करोड़ रुपये की 8,066 परियोजनाओं के वर्क ऑर्डर जारी किए गए हैं, जिनमें से 1,47,366 करोड़ रुपये (कुल परियोजनाओं का 91 प्रतिशत) की 7,352 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं।
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री तोखन साहू ने सदन में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि अब तक 100 स्मार्ट शहरों में 84,000 से अधिक सीसीटीवी निगरानी कैमरे लगाए गए हैं और 713 किलोमीटर साइकिल ट्रैक को विकसित किया जा चुका है।
मंत्री ने कहा कि 23 अन्य स्मार्ट शहरों ने अपनी 75 प्रतिशत से अधिक परियोजनाएं पूरी कर ली हैं, जबकि 17,303 करोड़ रुपये की लागत की 714 परियोजनाओं का क्रियान्वयन जारी है।
बता दें कि स्मार्ट सिटी मिशन (एससीएम) के तहत, केंद्र सरकार ने 100 शहरों के लिए कुल 48,000 करोड़ रुपये का परिव्यय रखा है। इसी महीने केंद्र सरकार ने एससीएम के तहत राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को 47,225 करोड़ रुपये जारी किए हैं, जिनमें से 44,626 करोड़ रुपये (यानी जारी किए गए कुल केंद्रीय हिस्से का 94 प्रतिशत) का उपयोग किया जा चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जून 2015 में शुरू किए गए ‘स्मार्ट सिटीज मिशन’ की अवधि को अगले साल 31 मार्च तक बढ़ाया गया है।