मुंबई ज़ोनल कार्यालय ने की कार्रवाई
प्रहरी संवाददाता, मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मुंबई ज़ोनल कार्यालय ने धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के प्रावधानों के तहत मुंबई में 8 अलग-अलग स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। यह छापेमारी वन वर्ल्ड क्रिएशंस प्राइवेट लिमिटेड (OCPL) और अन्य के खिलाफ बैंक धोखाधड़ी के एक मामले में की गई।
इस तलाशी अभियान के दौरान अचल संपत्तियों की खरीद से जुड़े कई आपत्तिजनक सबूत जब्त किए गए। ये संपत्तियां अपराध से अर्जित धन (Proceeds of Crime – POC) से खरीदी गई थीं और इसके लिए आरोपियों ने डमी कंपनियों, साझेदारी फर्म्स, एकल स्वामित्व वाली संस्थाओं और फर्जी यूनिट्स का एक जटिल जाल तैयार किया था।
ED ने यह जांच CBI द्वारा दर्ज एक FIR के आधार पर शुरू की, जो वन वर्ल्ड क्रिएशंस प्राइवेट लिमिटेड, उर्विल जानी और अन्य के खिलाफ थी। जांच एजेंसी ने यूको बैंक द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर मामले की जांच शुरू की. इसके तहत आरोप लगाया गया था कि आरोपी कंपनी और डायरेक्टर्स ने 93 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी की है।
ED की जांच में खुलासा हुआ कि OCPL और उसके निदेशकों ने बैंक धोखाधड़ी की साजिश रची, जिसमें शेल कंपनियों के माध्यम से कृत्रिम रूप से कारोबार का विस्तार दिखाकर फर्जी लेन-देन किए गए। इस प्रक्रिया से उन्होंने कर्ज की राशि को दूसरी जगह डायवर्ट करके अवैध रूप से लाभ कमाया।
जांच में यह भी सामने आया कि OCPL के प्रमोटरों ने शेल कंपनियों के बीच भारी मात्रा में परिपत्र लेन-देन (Circular Transactions) किए, जिससे धन को कई स्तरों में छिपाया गया और फिर इसका उपयोग अचल संपत्तियों की खरीद में किया गया। फिलहाल आगे की जांच जारी है।