डिजिटल न्यूज डेस्क, नई दिल्ली। वीवो इंडिया के तीन टॉप ऑफिसर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की गाज गिरी है। ईडी ने चीनी स्मार्टफोन निर्माता वीवो-इंडिया और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ मनी लॉन्डरिंग के आरोपों की जांच के सिलसिले में इन अधिकारियों को गिरफ्तार किया है।
सूत्रों के अनुसार, वीवो-इंडिया के अंतरिम मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) होंग शुक्वान उर्फ टेरी, मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) हरिंदर दहिया और सलाहकार हेमंत मुंजाल को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट यानी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए-PMLA) के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया है। अदालत ने उन्हें तीन दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया है।
कंपनी ने जताई चिंता
कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह ‘अधिकारियों के खिलाफ मौजूदा कार्रवाई से बेहद चिंतित है।’ वीवो के प्रवक्ता ने कहा, ‘हाल की गिरफ्तारियां निरंतर उत्पीड़न को दर्शाती हैं और इस तरह व्यापक उद्योग परिदृश्य में अनिश्चितता का माहौल पैदा करती हैं। हम इन आरोपों का मुकाबला करने और चुनौती देने के लिए सभी कानूनी रास्तों का उपयोग करने के लिए दृढ़ हैं।’
पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी
ईडी ने पहले भी इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें मोबाइल फोन निर्माता कंपनी लावा इंटरनेशनल के प्रबंध निदेशक (एमडी) हरिओम राय, चीनी नागरिक गुआंगवेन उर्फ एंड्रयू कुआंग, चार्टर्ड अकाउंटेंट नितिन गर्ग और राजन मलिक शामिल हैं। यह चारों अधिकारी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। ईडी ने इनके खिलाफ हाल ही में दिल्ली की एक विशेष पीएमएलए अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया था।
ईडी ने पिछले साल जुलाई में वीवो-इंडिया और उससे जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी करते हुए चीनी नागरिकों और कई भारतीय कंपनियों से जुड़े एक बड़े धनशोधन गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया था। वीवो-इंडिया ने 62,476 करोड़ रुपये ‘अवैध रूप से’ चीन में हस्तांतरित किए थे।