कीमती धातुओं की जमाख़ोरी करने के लगाए आरोप
✍🏻 प्रहरी संवाददाता, लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोलते हुए सोने की कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि को सत्ता पक्ष की “काली कमाई के स्वर्णीकरण” से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि यह मूल्यवृद्धि आम जनता की मांग के कारण नहीं, बल्कि भ्रष्ट भाजपाइयों द्वारा काले धन को सोने में बदलने की कोशिशों का परिणाम है।
अखिलेश ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, “भाजपा राज में सोने के दामों का बेतहाशा बढ़ना जनता की जरूरत नहीं, बल्कि महाभ्रष्ट नेताओं की तरल काली कमाई को ठोस रूप देने का परिणाम है।” उन्होंने दावा किया कि सोने की कीमतें अब 1.20 लाख रुपये प्रति तोला तक पहुंच रही हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं के बीच कीमती धातुओं की जमाख़ोरी से अब चांदी भी आम आदमी की पहुंच से बाहर हो चुकी है। यादव के मुताबिक, हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि गरीब अब शादी-ब्याह जैसे अवसरों पर आशीर्वाद स्वरूप सोने की एक लौंग भी देने में असमर्थ है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा, “अब भाजपा का प्रचार तंत्र कहेगा कि दाम अंतरराष्ट्रीय बाज़ार तय करता है, तो फिर सरकार ये बताए कि वैश्विक वृद्धि के बावजूद भारत में विलासिता की वस्तुओं की मांग कैसे बढ़ रही है?”
उन्होंने सरकार से यह भी पूछा कि क्या सोने की जमाखोरी रोकने के लिए उसके पास कोई ड्रोन, दूरबीन या बुलडोजर नहीं है? यादव ने अंत में तंज कसते हुए कहा, “कहीं ऐसा तो नहीं कि जिसे लोग लोहे का ‘डबल इंजन’ समझ रहे हैं, वह भीतर से सोने का हो चुका है।”
