3000 फीट लंबे रनवे पर लैंड हुआ 290 यात्री क्षमता वाला विमान
नई दिल्ली। अंटार्कटिका की बर्फ पर पहली बार किसी हवाई जहाज को उतारने में सफलता मिली है। पर्यटन के क्षेत्र में काम करने वाली हाई प्लाई (Hi Fly) कंपनी ने एयरबस ए-340 को अंटार्कटिका में सुरक्षित लैंड कराने का इतिहास रचा है।
हालांकि Hi Fly 801 नाम की इस फ्लाइट ने मंगलवार 2 नवंबर को ही दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन से उड़ान भरी थी और पांच घंटे के सफर के बाद यह अंटार्कटिका में लैंड हुई। केपटाउन के लिए वापसी की उड़ान भरने वाली फ्लाइट को Hi Fly 801 नाम दिया गया। कंपनी ने इस फ्लाइट का वीडियो अब जारी किया है।
लंबे समय से चल रहे थे ट्रायल
बता दें कि अंटार्कटिका में सालभर बर्फ की कई मीटर ऊंची परत जमी रहती है। यहां हवाई जहाज उतारना एक सपना था। इसलिए बर्फ पर ही रनवे बनाया गया है, जो 3000 फीट लंबा है। 290 यात्री क्षमता वाले 223 फीट लंबे विमान को लैंड करने से पहले यहां वर्ष 2019 से वर्ष 2020 के बीच 6 ट्रायल किए थे।
अंटार्कटिका में जारी हैं कई प्रोजेक्ट्स
कंपनी ने बताया कि अंटार्कटिका आने वाले समय में पर्यटन क्षेत्र का एक प्रमुख हिस्सा होगा। अंटार्कटिका को लेकर लोगों की दिलचस्पी बढ़ रही है। इसलिए, कंपनी यहां कई अन्य प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। कंपनी एयरक्राफ्ट और एयर क्रू को किराए पर लेती है। इस प्लेन को अंटार्कटिका में काम कर रहे वुल्फ्स गैंग नाम के एडवेंचर कैंप ने कमीशन किया था। इस पूरी यात्रा में 2,500 नॉटिकल माइल कवर किए गए।