✍🏻 डिजिटल न्यूज डेस्क, धुलिया। महाराष्ट्र के धुलिया जिले में मंकी पॉक्स संक्रमण का पहला मामला सामने आया है। सऊदी अरब से लौटे 44 वर्षीय व्यक्ति को इस वायरस से संक्रमित पाया गया है। मरीज का इलाज फिलहाल धुलिया के भाऊसाहेब हीरे मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है। राज्य में पहला मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। कॉलेज के डीन डॉ. सयाजी भामरे ने बताया कि मरीज के संपर्क में आए लोगों की जांच की गई, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।
जानकारी के मुताबिक, यह व्यक्ति 2 अक्टूबर को सऊदी अरब से लौटा था। उसे बुखार और त्वचा पर दाने की शिकायत थी, जिसके बाद वह इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचा। डॉक्टरों ने उसके दो सैंपल जांच के लिए भेजे, जो दोनों मंकी पॉक्स पॉजिटिव पाए गए। फिलहाल मरीज को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है और डॉक्टरों की विशेष टीम उसकी निगरानी कर रही है।
मरीज में मिला दुर्लभ ‘क्लेड-1’ वेरिएंट
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, मंकी पॉक्स वायरस के दो वेरिएंट होते हैं — क्लेड-1 और क्लेड-2। धुले का यह मरीज क्लेड-1 वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है, जो बेहद दुर्लभ और संक्रामक माना जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि इस वेरिएंट से ठीक होने में लगभग 15 से 20 दिन का समय लगता है। भारत में अब तक 35 मरीज इस वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
राज्य में पहला मंकी पॉक्स मरीज मिलने के बाद महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट पर रखा है। धुले प्रशासन ने मरीज के संपर्क में आए लोगों की पहचान कर जांच की है। सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने सर्विलांस और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी है। अस्पतालों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।