Inequality has turned into a social and economic crisis: Congress
✍🏻 डिजिटल न्यूज डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि देश में बढ़ती आर्थिक असमानता अब गंभीर सामाजिक और आर्थिक संकट का रूप ले चुकी है और आम जनता की जेब खाली हो चुकी है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एक अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत के शीर्ष पांच औद्योगिक समूहों के पास देश की जीडीपी के करीब 18 प्रतिशत के बराबर संपत्ति है।
रमेश ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘कुछ दिन पहले मोदी सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने एक रिपोर्ट के आधार पर भ्रामक दावा किया कि भारत दुनिया में चौथा सबसे अधिक आर्थिक समानता वाला देश है। इसके बाद सरकार समर्थकों ने भी यही प्रचार किया, जबकि हकीकत इससे उलट है।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘हुरुन इंडिया’ की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के शीर्ष पांच औद्योगिक घरानों के पास जीडीपी के 18 प्रतिशत के बराबर दौलत है। ‘‘सिर्फ अंबानी समूह के पास ही 12.7 प्रतिशत जीडीपी के बराबर संपत्ति है।’’
रमेश के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था का अनुमानित आकार 331 लाख करोड़ रुपये है, जिसमें से 60 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति केवल इन पांच परिवारों के पास है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले 11 साल से लगातार इन्हीं उद्योगपतियों के हित में काम कर रहे हैं और उनकी विदेश, आर्थिक व औद्योगिक नीतियां भी इन्हीं के पक्ष में हैं।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि इस भारी आर्थिक असमानता का खामियाजा छोटे और मझोले उद्योगों, निम्न और मध्यम वर्ग के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। ‘‘जनता की जेबें खाली हैं, बचत समाप्त हो चुकी है और अधिकांश आबादी के पास खर्च करने के लिए कुछ भी नहीं बचा है।’’
रमेश ने दावा किया कि यह असमानता अब एक विकराल सामाजिक और आर्थिक संकट बन चुकी है।