डिजिटल न्यूज डेस्क, नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि 20 भारतीय नागरिक अभी भी रूस में फंसे हुए हैं। उनकी रिहाई को लेकर भारत सरकार पूरी कोशिश कर रही है। विदेश मंत्रालय का यह बयान उन मीडिया रिपोर्ट्स के बाद आया है, जिसमें कहा गया था कि कुछ भारतीय रूसी सेना में बतौर हेल्पर काम कर रहे थे, लेकिन उन्हें जबरन यूक्रेन के साथ युद्ध में मोर्चे पर भेज दिया गया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि रूसी आर्मी में बतौर हेल्पर काम कर रहे 20 लोगों की रिहाई को लेकर भारत सरकार पूरी कोशिश कर रही है। हमने दो प्रेस बयान भी जारी किए हैं। उनसे वॉर जोन में न जाने और सावधान रहने की अपील की गई है। हम रूस सरकार के संपर्क में हैं।
सोमवार को विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस नोट जारी कर कहा था कि सरकार इस मसले पर सक्रियता से काम कर रही है। मालदीव में भारतीय मिलिट्री स्टाफ की जगह पर टेक्निकल स्टाफ के पहुंचने की जानकारी भी दी गई।