नई दिल्ली। डिजिटल करेंसी मार्केट मेंसबसे बड़ी सेंध लगी है। हैकर्स ने डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (डीफाई) प्लैटफॉर्म क्यूबिट फाइनेंस में सेंध लगाते हुए आठ करोड़ डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी को चोरी की है। यह इस साल की अब तक की सबसे बड़ी हैकिंग है। क्यूबिट कम्युनिटी के नुकसान को कम करने के लिए कंपनी अब इसे वापस लेने के लिए हैकर्स के आगे गिड़गिड़ा रही है। कंपनी हैकर्स को फिरौती देने को भी तैयार हो गई है।
फिरौती की पेशकश
कंपनी ने हैकर्स से संपर्क साधकर हैक किए गए फंड्स को वापस करने के एवज में फिरौती देने की पेशकश की है। क्यूबिट विभिन्न ब्लॉकचेंस के बीच ब्रिज सर्विस देती है।
कंपनी की ओर से एक क्रिप्टोकरेंसी में डिपॉजिट करने के बाद दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में इसे निकाल सकने की सुविधा मिलती है।
बता दें कि साल 2020 में बाइनेंस स्मार्ट चेन के लॉन्च होने के बाद से कई डीफाई प्रोजेक्ट्स को हैकिंग का सामना करना पड़ा है।
कई फाइनेंस कंपनियों में लगी है सेंध
बता दें कि पिछले साल अप्रैल में यूरेनियम फाइनेंस में भी 5 करोड़ डॉलर की हैकिंग हुई थी। मई में भी हैकर्स ने वीनस फाइनेंस से 8.8 करोड़ डॉलर की क्रिप्टो उड़ा ली थी। डीफाई एक उभरती फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी है, जो सुरक्षित डिस्ट्रिब्यूटेड ब्लॉकचेन लेजर्स पर आधारित है। यह उसी तरह है, जिसका इस्तेमाल क्रिप्टोकरेंसीज में होता है।