समाचार प्रहरी, मुंबई।
फरवरी के चौथे कारोबारी सप्ताह के पहले दिन सोमवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट आई। विदेशी निवेशकों द्वारा बिकवाली से बाजार के सेंटीमेंट पर असर पड़ा है। सेंसेक्स में 1145 अंकों की भारी गिरावट दर्ज हुई और यह 50 हजार के नीचे खिसक गया। सेंसेक्स ने 49724 का लो लेवल टच किया, जबकि निफ्टी भी 250 अंक टूटकर 14750 के नीचे चला गया है। फरवरी में ही सेंसेक्स ने 52500 अंक के लेवल को हासिल कर नया रिकॉर्ड बनाया था। फिलहाल बाजार की इस गिरावट से निवेशकों के करीब 3.3 लाख करोड़ रुपये एक दिन में ही डूब गए।
एक दिन में गंवाए 3 लाख करोड़ से ज्यादा
बाजार बंद होने पर सेंसेक्स में करीब 1145 अंकों की कमजोरी दिख रही थी। तब बीएसई का मार्केट कैपिटलाइजेशन घटकर 2,00,26,498.14 करोड़ रुपये रह गया। पिछले सप्ताह, शुक्रवार यानी 19 फरवरी को बाजार पूंजीकरण 2,03,98,381.96 करोड़ रुपये रहा था। यानी 1 दिन में इसमें 3.3 लाख करोड़ से ज्यादा की कमी आई है।
कोरोना वायरस की धमक से गिरावट
यूके सहित कई देशों में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन का खतरा बढ़ गया है। भारत के महाराष्ट्र और एमपी सहित कुछ राज्यों में कोरोना वायरस के मामले फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। महाराष्ट्र में कई जिलों में लॉकडाउन लगाने की चर्चा होने लगी है। इससे शेयर बाजार के सेंटीमेंट कमजोर हुए हैं। विदेशी निवेश में भी कमी आने की संभावना है। घरेलू स्तर पर निवेशक सतर्क हुए हैं। इस बीच, फॉरेन पोर्टफोलियो निवेशकों ने भी मुनाफावसूली पर जोर दिया। शक्रवार, 19 फरवरी को फॉरेन पोर्टफोलियो निवेशकों ने बाजार से करीब 119 करोड़ रुपये निकाले हैं।
बाजार का हाई वैल्युएशन
शेयर बाजार का हाई वैल्युएशन भी एक प्रमुख चिंता का विषय है। इस महीने सेंसेक्स 52500 के स्तर को पार कर गया था। मार्च महीने के लो लेवल से रिकवरी करने के बाद सेंसेक्स में 100 फीसदी से ज्यादा की तेजी आ चुकी है। 45000 अंक से 50000 अंक और 52500 का स्तर छूने में सेंसेक्स को 4 महीने भी नहीं लगे। इसके रेश्यो में देश की अर्थव्यवस्था में रिकवरी सुस्त है। इसलिए एक्सपर्ट भी निवेशकों का बाजार में संभलकर निवेश करने की सलाह दे रहे हैं।