✍🏻 प्रहरी संवाददाता, मुंबई 24 जून, 2025 । मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की संकल्पना वाला शक्तिपीठ महामार्ग महायुति सरकार की कैबिनेट बैठक में मंजूर कर दिया गया, लेकिन यह फैसला खुद महायुति के भीतर विरोध का कारण बनता दिख रहा है। कोल्हापुर के दो मंत्रियों प्रकाश आबीटकर और हसन मुश्रीफ ने इस परियोजना पर खुलकर नाराजगी जताई।
इस 86,000 करोड़ रुपए की परियोजना के खिलाफ राज्य के 12 जिलों और 39 तालुकों के किसान विरोध कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि यह हाईवे उनके खेतों और जीविका को नुकसान पहुंचाएगा।
किसान नेता राजू शेट्टी ने सरकार को खुली चेतावनी देते हुए आंदोलन की घोषणा की है। उन्होंने इस परियोजना को ‘बाढ़ को न्यौता’ बताते हुए कहा कि कोल्हापुर को जलमग्न करने की साजिश है। शेट्टी ने इसे 30,000 करोड़ की परियोजना को 86,000 करोड़ तक बढ़ाकर 50,000 करोड़ की “लूट योजना” करार दिया।
उन्होंने किसान समुदाय से भू-मापन के लिए आने वाले अधिकारियों का पत्थर और गुलेल से विरोध करने की अपील की है। वहीं, अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजन क्षीरसागर ने साफ कहा है कि सरकार चाहे गोली चलाए, किसान अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे।