नागपुर विधानसभा में फल-सब्जी की माला पहनकर पहुंचे विपक्षी
डिजिटल न्यूज डेस्क, नागपुर। महाराष्ट्र विधानसभा का शीतकालीन सत्र गुरुवार से नागपुर में शुरू हो गया। सत्र के पहले दिन गृह मंत्री और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में महाराष्ट्र कसीनो (नियंत्रण एवं टैक्स) विधेयक पेश किया। वहीं, राज्य के वित मंत्री अजित पवार ने विधानसभा में चिटफंट महाराष्ट्र संशोधन विधेयक पेश किया।
विपक्ष ने फल-सब्जियों की माला पहनकर किया प्रदर्शन
सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा में विपक्ष के नेताओं ने किसानों और मराठा आरक्षण समेत कई मुद्दों को लेकर प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान कई नेता फलों-सब्जियों की माला पहने हुए नजर आए।
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विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार कृषि संकट, दंगों और मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने में विफल रही है। हालांकि मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विपक्ष के आरोपों को निराधार बताया।
14 दिन के सत्र में 10 दिन ही होगा कामकाज
कहने को तो विधानसभा का यह शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा, लेकिन छुट्टियों को हटा दिया जाए तो वास्तविक कामकाज सिर्फ 10 दिन का ही होगा। उसमें भी अगर किसी दिन विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया, तो सदन की कार्यवाही को उस दिन बर्खास्त भी किया जा सकता है।
सत्र के लिए 10 दिन का समय बहुत कम:
विधानसभा के शीतकालीन सत्र को लेकर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने बताया कि विपक्ष ने सरकार से मांग की थी कि इस सत्र को तीन सप्ताह के लिए आयोजित किया जाए, लेकिन केवल दस दिन तक का ही कामकाज रखा है। इन दस दिनों में किसी भी समस्या का हल नहीं निकलेगा। महाराष्ट्र के सामने कई गंभीर मुद्दे हैं, जिस पर चर्चा करने के लिए 10 दिन का समय बहुत ही कम है।