ईडी की जांच के बाद विधायक प्रताप ने शिवसेना प्रमुख को सुनाई उद्धव को अपनी व्यथा
प्रहरी संवाददाता, मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना के विधायक बहुत परेशान हैं। वे धनशोधन के आरोप में पहले ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की निगरानी का सामना कर रहे हैं। इस बीच, उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर अपील की है कि बहुत देर होने से पहले ही भाजपा के साथ मेलमिलाप यानी दोस्ती कर लेना ही सबके लिए ठीक रहेगा।
बता दें कि शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर साल 2019 में महाविकास आघाड़ी सरकार बनाई थी। पिछले साल नवंबर में ईडी ने धनशोधन के मामले में शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी।
उन्होंने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि मुंबई सहित महाराष्ट्र के कई शहरों में नगर निकाय चुनाव होने हैं। वह अभिमन्यु और कर्ण की तरह बलिदान नहीं करना चाहते, वह अर्जुन की तरह युद्ध लड़ने में विश्वास करते हैं। वह पिछले सात महीने से खुद अपनी कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं।
उन्होंने सीएम को सुझाव दिया है कि भाजपा के साथ दोस्ती बनाए रखने में ही समझदारी है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और राकांपा दोनों मिलकर शिवसेना में दरार डालने का काम कर रही हैं। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फिर से हाथ मिलाना बेहतर रहेगा। शिवसैनिकों का मानना है कि भाजपा की दोस्ती अनिल परब और रवींद्र वायकर जैसे शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं को भी समस्याओं से बचाने में मदद करेगी।
बता दें कि भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने आरोप लगाया था कि शिवसेना नेता भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त हैं। सोमैया ने सरनाईक के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शिवसेना विधायक अब जेल जाने से चिंतित हैं। इसीलिए उन्होंने मुख्यमंत्री को भाजपा से हाथ मिलाने को कहा है। शिवसेना के सभी भ्रष्ट नेता जेल जाएंगे।
