मुंबई। इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) ने 6,000 करोड़ रुपये की राष्ट्रीय संपत्ति पुनर्गठन कंपनी लि. (एनएआरसीएल) या बैड बैंक के लाइसेंस के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के पास आवेदन किया है। कंपनी पंजीयक (आरओसी) के पास पंजीकरण के बाद एनएआरसीएल का गठन पिछले महीने किया गया था।
सूत्रों ने बताया कि 100 करोड़ रुपये की शुरुआती पूंजी जुटाने तथा अन्य कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद कंपनी ने संपत्ति पुनर्गठन कारोबार का लाइसेंस लेने के लिए रिजर्व बैंक के पास आवेदन किया है।
सूत्रों ने कहा कि रिजर्व बैंक ने वर्ष 2017 में पूंजी की जरूरत की सीमा को दो करोड़ रुपये से बढ़ाकर 100 करोड़ रुपये कर दिया था। डूबे कर्ज को खरीदने के लिए अधिक नकदी की जरूरत को देखते हुए रिजर्व बैंक ने यह कदम उठाया था। इस तरह के कारोबार के लिए लाइसेंस देने को रिजर्व बैंक की अपनी प्रक्रिया है। नियामक से इसका लाइसेंस लेने में कुछ सप्ताह का समय लग सकता है। रिजर्व बैंक की मंजूरी सितंबर या अक्टूबर में मिल सकती है।