नई दिल्ली। इजरायली स्पाइवेयर पेगासस के जरिए राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं, केंद्रीय मंत्रियों, उद्योगपतियों, पत्रकारों एवं अन्य हस्तियों की जासूसी की रिपोर्ट्स सामने आने के बाद कांग्रेस और विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार और बीजेपी पर हमलावर हैं। कांग्रेस ने भाजपा को ‘भारतीय जासूस पार्टी’ करार दिया है। मुख्य विपक्षी पार्टी ने इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ जांच और गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है। उधर, बीजेपी ने मॉनसून सत्र से ठीक पहले रिपोर्ट आने के पीछे साजिश की शंका जाहिर की।
300 भारतीय मोबाइल नंबरों की जासूसी
रविवार की रात से देश में एक रिपोर्ट को लेकर हंगामा मचा हुआ है। द गार्जियन और वाशिंगटन पोस्ट समेत 16 मीडिया संस्थानों की एक संयुक्त रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत सरकार ने 2017 से 2019 के दौरान करीब 300 भारतीय मोबाइल नंबरों की जासूसी की है। इन लोगों में पत्रकार, वकील, सामाजिक कार्यकर्ता, विपक्ष के नेता और बिजनेसमैन शामिल हैं। सरकार ने पेगासस स्पाईवेयर के जरिए इन लोगों के फोन हैक किए थे।
यह देशद्रोह नहीं तो क्या हैः कांग्रेस
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां, न्यायपालिका, चुनाव आयुक्त और विपक्ष की जासूसी कराई जा रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ हो रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार जासूसी करवा रही थी। कांग्रेस ने कहा कि इजरायली स्पाइवेयर पेगासस को कब खरीदा गया और इस पर कितना पैसा खर्च हुआ है, इसकी जानकारी देनी चाहिए।
जानबूझकर उठाया गया मामलाः भाजपा
गृह मंत्री शाह ने संसद में मॉनसून सत्र की शुरुआत से ऐन पहले पेगासस फोन हैकिंग रिपोर्ट के आने पर संदेह जताया है। उन्होंने इसके लीक होने के पीछे बड़ी साजिश की ओर इशारा किया है। शाह ने कहा कि कुछ लोग देश के लोकतंत्र को बदनाम करना चाहते हैं। उनका मकसद भारत की विकास यात्रा को पटरी से उतारना है।