40 साल में सबसे कम ब्याज दर घोषित, पेंशनर्स को 3 साल में 0.70 प्रतिशत का नुकसान
मुंबई। एम्प्लॉइज प्रोविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (ईपीएफओ) ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए ब्याज दर में कटौती का फैसला किया है। पीएफ अकाउंट में जमा राशि पर अब 8.5 परसेंट की बजाए 8.10 परसेंट की दर से ब्याज मिलेगा। यह दर पिछले करीब 40 साल में सबसे कम है।
बता दें कि वर्ष 1977-78 में ईपीएफओ ने 8 प्रतिशत का ब्याज दिया था। उसके बाद से यह 8.25 प्रतिशत या उससे अधिक रही है। पिछले दो वित्तीय वर्षों यानी वर्ष 2019-20 और वर्ष 2020-21 में ब्याज दर 8.50 प्रतिशत रही है। सबसे अधिक ब्याज वर्ष 1989-2000 में रही थी। इस दौरान ब्याज दर 10 से 12 प्रतिशत तक पहुंच गया था।
गौरतलब है कि भाजपा सरकार ने सत्ता संभालने के बाद पेंशन योजना के लाभार्थियों को कोई लाभ नहीं दिया है। भाजपा शासन में ब्याज दर में गिरावट आनी शुरू हो गई।
वर्ष 2015-16 में ब्याज दर 8.8 फीसदी थी। उससे पहले वर्ष, 2013-14 और 2014-15 में ब्याज दर 8.75 प्रतिशत पर थी। वर्ष 2018-19 में ब्याज दर घटकर 8.65 प्रतिशत कर दी गयी। अब यह 8.1 परसेंट पर है, जो 40 साल में सबसे निचले लेवल पर है।