-बीजेपी के 5 मंत्रियों को 5वें चरण में बचानी होगी अपनी साख
-सपा-बसपा के ‘खिलाड़ी’ बिगाड़ सकते हैं खेल
डिजिटल न्यूज डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में मोदी सरकार के पांच मंत्रियों को अपनी साख बचानी होगी। इनके भाग्य का फैसला 20 मई को जनता करेगी। पांचवे चरण में मोदी सरकार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, कौशल किशोर, साध्वी निरंजन ज्योति, भानु प्रताप वर्मा और योगी सरकार के मंत्री दिनेश सिंह की साख दांव पर लगी है। इसके अलावा, कांग्रेस से राहुल गांधी भी मैदान में हैं।
बता दें कि पांचवें चरण में यूपी में 14 सीटों पर चुनाव होगा। 2019 के चुनाव में सिर्फ रायबरेली को छोड़कर सभी सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी। रायबरेली से तब सोनिया गांधी ने जीत दर्ज की थी। इस बार राहुल गांधी मैदान में हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से तीसरी बार चुनावी मैदान में हैं। उनके खिलाफ सपा-कांग्रेस गठबंधन से रविदास मेहरोत्रा और बसपा के सरवर अली ताल ठोंक रहे हैं।
अमेठी लोकसभा से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक बार फिर चुनाव लड़ रही हैं। 2019 में उन्होंने यहां से राहुल गांधी को हराया था। इस बार उनके खिलाफ कांग्रेस के किशोरीलाल शर्मा ताल ठोक रहे हैं। इस सीट पर कांग्रेस के बड़े नेताओं का पूरा फोकस है।
मोहनलाल गंज से केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर तीसरी बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। उनको सपा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार आर.के. चौधरी से कड़ी चुनौती मिल सकती है, जबकि बहुजन समाज पार्टी से राजेश कुमार मैदान में हैं।
फतेहपुर सीट पर केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति चुनावी रण में हैं। वह 2014 और 2019 में यहां से सांसद बन चुकी हैं। इस बार सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल से कड़ी चुनौती मिल सकती है। बसपा ने डॉक्टर मनीष सचान को मैदान में उतारा है, जिससे मुकाबला रोचक होने की उम्मीद है।
जालौन से मंत्री भानु प्रताप वर्मा को एक बार फिर से मैदान में उतारा गया है। उनके खिलाफ सपा-कांग्रेस से नारायण दास अहिरवार को टिकट दिया है। अहिरवार को बसपा के संस्थापक सदस्य माना जाता है। वह 2007 से 2011 तक मायावती सरकार में मंत्री थे। 2022 में वह सपा में शामिल हो गए थे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस बार रायबरेली से ताल ठोक रहे हैं। उनका मुख्य मुकाबला बीजेपी के दिनेश प्रताप सिंह से है। रायबरेली गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है। इस बार सोनिया गांधी राज्यसभा की ओर रुख कर चुकी हैं, लिहाजा राहुल गांधी ने इस सीट से पर्चा भरा है।