डिजिटल न्यूज डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की प्रमुख माधवी बुच से जुड़े मामले का हवाला देते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि जिन लोगों को आम भारतीय नागरिकों और उनके निवेश की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है, उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लिया है और व्यापक भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
उन्होंने यह दावा भी किया कि भ्रष्टाचारियों को बचाने का काम एक बड़ा सिंडिकेट कर रहा है।
उन्होंने अपने ‘यूट्यूब’ चैनल पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए टिप्पणी की, ‘संस्थागत पतन ने भारत में मित्रवादी पूंजीवाद को बढ़ावा दिया है। हमारी अर्थव्यवस्था अब प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा नहीं देती, बल्कि एकाधिकार को बढ़ावा देती है। छोटे और मध्यम व्यवसाय प्रतिगामी कर प्रणालियों में फंस गए हैं, उद्यमियों को पूंजी तक पहुंच पाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है और खुदरा निवेशक अनिश्चित और असुरक्षित बाजार की ओर देख रहे हैं। यह उस तरह का माहौल नहीं है जो समृद्धि और नवोन्मेष को सक्षम बनाता है।’
राहुल गांधी ने दावा किया, ‘माधवी बुच से जुड़ा घोटाला इस बात का उदाहरण है कि जब संस्थाएं ध्वस्त हो जाती हैं और मित्रवादी पूंजीवाद हावी हो जाता है तो क्या होता है। जिन लोगों को आम भारतीय नागरिकों और उनके निवेश की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है, उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लिया है और व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार और कदाचार में लिप्त हैं।’ उन्होंने कहा कि इस घोटाले पर अब तक जो जानकारी सामने आई है वह बस शुरुआत भर है। भ्रष्टाचारियों को बचाने का काम एक बड़ा सिंडिकेट कर रहा है।