मुंबई। आर्थिक संकट से जूझ रही सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया के पायलटों ने धमकी दी है कि अगर उन्हें प्राथमिकता के आधार पर कोरोना की वैक्सीन नहीं लगाई गई, तो वे काम बंद कर देंगे। पायलटों का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी के बावजूद वे लोग अपनी जान जोखिम में डालकर राहत कार्यों में हिस्सा ले रहे हैं, लेकिन इसके बदले में उनकी सैलरी में भारी कटौती कर दी गई।
एयर इंडिया के पायलटों की यूनियन आईसीपीए ने कंपनी के डायरेक्टर ऑफ ऑपरेशंस आर. एस. संधू को भेजे गए पत्र में यह चेतावनी दी है। आईसीपीए का कहना है कि एयर इंडिया को फ्लाइंग क्रू के लिए पूरे देश में वैक्सीनेशन कैंप आयोजित करना चाहिए। फ्लाइंग क्रू के लिए हेल्थकेयर सपोर्ट और इंश्योरेंस की व्यवस्था नहीं है। इसके अलावा, पायलटों को सैलरी में भारी कटौती का भी सामना करना पड़ रहा है। वैक्सीनेशन के बिना कोई भी क्रू अपनी जान जोखिम में डालने की स्थिति में नहीं है। आईसीपीए ने कहा कि अगर एयर इंडिया ने पूरे देश में 18 साल से अधिक उम्र के फ्लाइंग क्रू के लिए वैक्सीनेशन शिविर नहीं लगाया तो हम काम बंद कर देंगे।
उच्च न्यायालय ने भी पिछले पखवाड़े नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) को मेडिकल बोर्ड गठित करने को कहा था। पायलटों और चालक दल के सदस्यों की ब्रेथ एनेलाइजर जांच व वैकल्पिक तौर पर ब्लड टेस्ट कराने पर निर्णय लेने का निर्देश दिया था।