प्रहरी संवाददाता, मुंबई। अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का नाम दिवंगत कार्यकर्ता डी. बी. पाटिल के नाम पर रखने की मांग को लेकर नवी मुंबई में प्रशासन और औद्योगिक विकास निगम (सिडको) के खिलाफ स्थानीय कृषि एवं मछुआरा समुदाय के हजारों लोगों ने कुछ नेताओं के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने सिडको प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और नवी मुंबई महानगर पालिका से हवाईअड्डे का नाम शिवसेना के दिवंगत सुप्रीमो बाल ठाकरे के नाम पर रखने के प्रस्ताव को रद्द करने का निवेदन किया। उन्होंने 15 अगस्त से पहले एयरपोर्ट का नामकरण डी. बी. पाटिल के नाम पर करने को कहा है। उन्होंने धमकी दी कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे हवाईअड्डे के निर्माण का कार्य रोक देंगे।
स्थानीय नेताओं ने पहले सीबीडी बेलापुर स्थित सिडको भवन की घेराबंदी की अपील की थी। लेकिन प्रशासन ने इमारत से एक किलोमीटर दूर ही विरोध प्रदर्शन करनेवालों को रोक दिया। नवी मुंबई पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए थे। पांच हजार से अधिक पुलिसकर्मी, 500 अधिकारी एवं रिजर्व पुलिस बल इकाइयों को सिडको कार्यालय तक जाने वाली सड़कों पर तैनात किया गया था। प्रदर्शन में पूर्व सांसद रामशेठ ठाकुर, वामपंथी नेता दशरथ पाटिल, कांग्रेस नेता हुसैन दलवई, नेता संजीव नायक, पूर्व विधायक जगन्नाथ पाटिल और मनसे विधायक राजू पाटिल ने भी हिस्सा लिया।