मुंबई। बुनियादी ढांचागत उद्योगों के लिए गति शक्ति मास्टर योजना साबित होगी। इंफ्रा सेक्टर की कंपनी हाईबार टेक्नोक्रेट का मानना है कि बुनियादी ढांचागत विकास के साथ ही देश में इंटिग्रेशन प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित करने के लिए मास्टर प्लान की जरूरत है। तकनीकी क्षमता के साथ देश में बुनियादी ढांचागत सेक्टर में बड़े पैमाने पर सुधारों को लागू किया जा सकेगा।
हाईबार टेक्नोक्रेट लिमिटेड के सीओओ उपगुप्त पटनायक ने बताया कि एकीकृत डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के साथ जीआईएस-आधारित ईआरपी सिस्टम जैसी प्रौद्योगिकियों को अपनाने से सड़क, बंदरगाह, रियल एस्टेट, हवाई अड्डे समेत विभिन्न परियोजनाओं को बेहतर तरीके से पूरा किया जा सकता है।
प्रशासनिक समन्वय भी बेहतर होगा, जिससे प्रॉजेक्ट लागत को कम किया जा सकता है। इको-सिस्टम में भी सुधार होता है। केंद्र सरकार ने डिजिटल रूप से सक्षम टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने के लिए हाल ही में गति मदद से शक्ति मास्टर प्लान को शुरू किया है। इसके लिए सही प्रौद्योगिकी भागीदारों की आवश्यकता होगी।