नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोयले के वाणिज्यिक खनन की शुरुआत के मौके पर कहा कि वाणिज्यिक कोयला खनन में निजी क्षेत्र को उतरने की अनुमति देकर हम दुनिया के चौथे सबसे बड़े कोयला भंडार वाले देश के संसाधनों को जकड़न से बाहर निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रतिस्पर्धा, पूंजी और प्रौद्योगिकी लाने के लिए कोयला एवं खनन क्षेत्र को खोलने का महत्वपूर्ण निर्णय किया है। इससे सीधे एवं परोक्ष रूप से 2.8 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। इसमें सीधे तौर पर करीब 70,000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
41 कोयला खदानों की नीलामी
कोयला मंत्रालय ने गुरुवार को वाणिज्यिक खनन के लिए 41 कोयला ब्लाक की नीलामी के लिए प्रक्रिया शुरू की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान के अनुरूप इस पहल का मकसद ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में आत्मनिर्भरता हासिल करना और औद्योगिक विकास को गति देना है।
कारोबार को नए संसाधन व राज्यों को अधिक राजस्व मिलेगा
पीएम मोदी ने कहा कि वाणिज्यिक कोयला खनन के लिए जिस नीलामी की आज शुरुआत हो रही है, वह हर हितधारक के लिए लाभ की स्थिति है। इससे उद्योग को, आपको, आपके कारोबार को नए संसाधन मिलेंगे। राज्यों को अधिक राजस्व मिलेगा, रोजगार बढ़ेगा। कोयला क्षेत्र से जुड़े सुधार करते वक्त इस बात का भी ध्यान रखा गया कि इससे पर्यावरण की रक्षा को लेकर भारत की प्रतिबद्धता कमजोर ना पड़े। कोयले से गैस बनाने की अब बेहतर और आधुनिक प्रौद्योगिकी आ पाएगी। हमने 2030 तक 10 करोड़ टन कोयले को गैस में बदलने का लक्ष्य रखा है।