राज्यपाल के पत्र ने बढ़ाई बजट सत्र से पहले सरकार की चिंता
समाचार प्रहरी, मुंबई।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पत्र ने राज्य की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इस पत्र ने राज्यपाल और एमवीए सरकार के बीच एक बार फिर से तनातनी बढ़ा दी है। एमवीए सरकार जहां विधान परिषद में राज्यपाल कोटे से 12 सदस्यों को मनोनीत करने में हो रही देरी को लेकर कानूनी विकल्प तलाश रही है। वहीं, राज्यपाल ने विधानमंडल के बजट सत्र से पहले विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराने के संबंध में विधानसभा सचिव को पत्र भेजकर राज्य सरकार पर दबाव बना दिया है।
कांग्रेस के पास था अध्यक्ष पद
बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष का पद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के इस्तीफे के बाद रिक्त हुआ है। अभी तक शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच अध्यक्ष पद को लेकर आम राय नहीं बन सकी है। हाल ही में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल को देहरादून जाने के लिए विमान की अनुमति देने से मना कर दिया था, जिससे राज्यपाल और सरकार के बीच मतभेद बढ़ गए हैं। भगतसिंह कोश्यारी ने इसकी शिकायत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से की थी।
आम सहमति से चुनाव की परंपरा
महाराष्ट्र में एक मार्च से विधान मंडल का बजट सत्र राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू होगा। हालांकि राज्य में विधानसभा अध्यक्ष चुनाव आम सहमति से कराने की परंपरा रही है, लेकिन एमवीए के नेताओं को आशंका है कि गुप्त मतदान की प्रक्रिया में क्रॉस वोटिंग हो सकती है, जिसका फायदा विपक्षी दल भाजपा को मिल सकता है।
स्पीकर चुनाव से घबरा क्यों रही है सरकार: फडणवीस
राज्य विधानसभा अध्यक्ष चुनाव को लेकर विधानसभा सचिव को राज्यपाल भगतसिंह कोश्यिारी ने पत्र लिखा है कि जल्द से जल्द चुनाव कराया जाए। इस मसले पर भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सरकार के पास प्रचंड बहुमत है, ऐसे में सरकार अध्यक्ष पद चुनाव से घबरा क्यों रही है? वहीं, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि विधानसभा अध्यक्ष के साथ ही विधान परिषद में राज्यपाल कोटे के 12 सदस्यों के मनोनयन को भी मंजूरी दी जानी चाहिए।