मर्चेंट बैंकर्स से 10 सितंबर तक बोली मंगाई
मुंबई। इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉपोरेशन (आईआरसीटीसी) में सरकार अपनी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है। सरकार इसी वित्तीय वर्ष में अपनी हिस्सेदारी बेच सकती है और इसके लिए मर्चेंट बैंकर्स से बोलियां भी मंगा ली हैं। बताया जा रहा है कि सरकार ऑफर फॉर सेल के जरिए हिस्सेदारी बेचेगी। अभी आईआरसीटीसी में सरकार की हिस्सेदारी 87.40 फीसदी है। मार्केट रेगुलेटर सेबी के नियमों के मुताबिक सरकार को अपनी हिस्सेदारी घटाकर 75 फीसदी पर लाना है। मर्चेंट बैंकरों को 10 सितंबर तक बोली जमा करनी है। आईआरसीटीसी के शेयर बीएसई पर बुधवार के बंद भाव के मुकाबले 1.20 प्रतिशत टूटकर 1,346.65 रुपए प्रति शेयर पर बंद हुआ है।
बता दें कि आईआरसीटीसी की लिस्टिंग अक्टूबर 2019 में हुई थी। तब कंपनी ने आईपीओ के जरिए 645 करोड़ रुपए जुटाये थे। कंपनी भारतीय रेलवे में खानपान सेवा, ऑनलाइन टिकट बुकिंग और रेलवे स्टेशनों पर बोतलबंद पेय जल उपलब्ध कराने वाली इकलौती कंपनी है।
सरकार ने इस फिस्कल ईयर में विनिवेश के जरिये 2.10 लाख करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है। इसमें से 1.20 लाख करोड़ रुपये सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश से तथा 90,000 करोड़ रुपये वित्तीय संस्थानों में हिस्सेदारी बिक्री के जरिये प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
कोरोना वायरस महामारी और उसका इक्विटी बाजार पर पड़े असर के कारण दीपम चालू वित्त वर्ष में अब तक किसी भी केंद्रीय लोक उपक्रम (सीपीएसई) में हिस्सेदारी बेच नहीं पाया है। हालांकि भारत बांड ईटीएफ-II के जरिये सरकार ने सीपीएसई के AAA रेटिंग वाले बांड के जरिये 11,000 करोड़ रुपए जुटाये हैं।