महाराष्ट्र बजट में’ लाडली बहन योजना’ के लिए 36000 करोड़ रुपये का आवंटन
मुंबई, 10 मार्च 2025 : महाराष्ट्र में महायुति की सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश किया। वित्त मंत्री अजित पवार ने अपने बजट में राज्य के विकास को गति देने के लिए कई बड़े ऐलान किए, लेकिन महायुति सरकार की गेमचेंजर मानी गई लाडली बहन योजन की लाभार्थी महिलाओं के हिस्से में निराशा ही आई। चुनाव से पहले महायुति के घोषणापत्र में लाड़ली बहनों को 2100 रुपए देने की घोषणा की गई थी, लेकिन सत्ता हासिल करने के बाद बहनों के वादे को पूरा करने को दादा तैयार नहीं हैं।
वित्त मंत्री पवार ने यह साफ नहीं किया कि राज्य में महिलाओं को 2100 रुपये कब से मिलेंगे? जब अजित पवार बजट पेश कर रहे थे, तब कुछ सदस्यों ने इस ओर ध्यान भी खींचा। बजट पेश होने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मुद्दे पर तस्वीर साफ की। उन्होंने कि उन्होंने कहा कि लड़की-बहिन योजना के तहत प्रदेश की माताओं-बहनों को फिलहाल 1500 रुपये ही मिलेंगे, लेकिन वादे के अनुसार इस राशि को जल्द ही बढ़ाकर 2100 की जाएगी।
वित्त विभाग संभाल रहे अजित पवार ने बताया कि लाडली बहन योजना के तहत अभी तक जुलाई 2024 से लगभग 2 करोड़ 53 लाख लाभार्थी महिलाओं को वित्तीय लाभ प्रदान किया जा रहा है। इस पर 33,232 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं। वर्ष 2025-26 में इस योजना के लिए कुल 36,000 करोड़ रुपये का परिव्यय प्रस्तावित है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लाडली बहन योजन के तहत प्रदेश की पात्र महिलाओं को मिलने वाली नकद सहायता पर कहा कि इस फाइनेंशियल ईयर में लाडली बहन योजना स्कीम के लिए 36 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि इस साल से पैसे नहीं बढ़ेंगे और हम जल्द ही लाडली बहन योजना की रकम बढ़ाने वाले हैं। फिलहाल 1500 रुपए ही होंगे, लेकिन जल्द 2100 करने का जो वादा किया था उसे हम पूरा करेंगे।