डिजिटल न्यूज डेस्क, जम्मू। जम्मू-कश्मीर के डोडा में मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से घायल सेना का एक अधिकारी शहीद हो गया है। वहीं, इस मुठभेड़ में सेना ने चार आतंकवादियों को भी मार गिराया है। स्वतंत्रता दिवस से पहले ही घाटी में आतंकियों की सक्रियता तेज हो गई है। इस महीने में पिछले पांच दिनों के दौरान यह चौथी मुठभेड़ है।
रक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि डोडा जिले में आतंकियों के खिलाफ ‘ऑपरेशन असर’ शुरू किया गया है। इस दौरान भारतीय सेना के एक अधिकारी शहीद हो गए। उनकी पहचान 48 राष्ट्रीय राइफल्स के कैप्टन दीपक के रूप में हुई है।
डोडा में पटनीटॉप के जंगलों में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मंगलवार की शाम से मुठभेड़ जारी है। सेना के अनुसार, आतंकवादी हथियार छोड़कर भाग गए थे। उनके ठिकाने से अमेरिकी एम4 राइफल बरामद की गई है, तीन बैग में विस्फोटक भी मिले हैं।
इस बीच, सेना को खबर मिली कि आतंकी एक नदी के पास छिपे हैं। इसके बाद भारतीयों जवानों ने वहां धावा बोल दिया। आतंकियों ने गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। इस फायरिंग में एक आर्मी ऑफिसर घायल हो गए, जिनकी बाद में मौत हो गई।
पांच दिनों में चौथी मुठभेड़
पिछले पांच दिनों में यह चौथी मुठभेड़ है। इससे पहले 11 अगस्त को किश्तवाड़ जिले के जंगलों में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच फायरिंग हुई थी। उधमपुर में बसंतगढ़ के जंगलों में भी सेना और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी हुई थी, जबकि 10 अगस्त को अनंतनाग के कोकरनाग में आतंकियों की फायरिंग से हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा शहीद हो गए थे। इसके अलावास 3 जवान और 2 नागरिक भी घायल हुए थे।
जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में बढ़ी आतंकी गतिविधियों पर राज्य के पूर्व डीजीपी एसपी वैद ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर पुलिस, भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के अस्सार इलाके में आतंकवादियों से मुठभेड़ की। ऐसा लगता है कि आतंकवादी हिट-एंड-रन रणनीति अपना रहे हैं, लेकिन सुरक्षा बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस उन्हें जल्द ही खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’