अदालत को है 11412 लोगों की हत्या में शामिल होने का आरोप
बर्लिन। जर्मनी की एक जिला कोर्ट ने 96 साल की महिला के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। इस महिला की नाजी युद्ध के दौरान हुए अपराधों में भूमिका संदिग्ध थी और वह इस मामले का मुकदमा शुरू होने से पहले ही भाग गई। महिला इर्मगार्ड फुरचनर पर आरोप था कि वह दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान नाजी शिविर में हुई सामूहिक हत्या में सहायता करने और उकसाने में शामिल थी। गुरुवार को इस मामले में सुनवाई थी, लेकिन मुकदमा शुरू होने से पहले ही भाग निकली।
स्टटथोफ कॉन्सेंट्रेशन कैंप में 65,000 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था। उस दौरान इर्मगार्ड फुरचनर 18 साल की थी। उस पर 11,412 लोगों की हत्या में हाथ होने के आरोप हैं। उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया है।
इस बारे में डेर स्पीगल नाम के शख्स का बयान भी सामने आया। उन्होंने बताया कि आरोपी फुरचनर ने कैंप कमांडेंट पॉल-वर्नर होप्पे द्वारा उन्हें दिए गए आदेशों को लिखा था, जिसे 1955 में हत्यारे के सहायक के रूप में दोषी ठहराया गया था। अगर यह मुकदमा चलता है तो जर्मनी में नाजी अपराधों के लिए ये आखिरी सुनवाई के रूप में याद किया जाएगा।