✍🏻 प्रहरी संवाददाता, श्रीनगर। पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों ने जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा में लश्कर ए तैयबा के टॉप कमांडर अल्ताफ लाली को ढेर कर दिया है। सुरक्षा बलों की आतंकियों के साथ मुठभेड़ जारी है। सुरक्षाबलों को लश्कर के इस शीर्ष आतंकी की कई मामलों में तलाश थी। इस मुठभेड़ में सेना के दो जवान भी घायल हुए है। बांदीपोरा में मुठभेड़ ऐसे वक्त पर हो रही है, जब पहलगाम अटैक के साथ सेनाध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी और लोकसभा मे विपक्ष के नेता राहुल गांधी जम्मू कश्मीर के दौरे पर हैं।
सुबह शुरू हुई थी मुठभेड़
बांदीपुरा जिले के कुलनार इलाके में शुक्रवार सुबह आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ शुरू हुई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, संदिग्ध गतिविधि के बारे में विशेष सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया था। उन्होंने कहा कि तलाशी के दौरान छिपे हुए आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसमें दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। घायल कर्मियों को एक चिकित्सा सुविधा में स्थानांतरित कर दिया गया है, जबकि इलाके में कड़ी घेराबंदी की गई है। इलाके में तलाशी अभियान जारी है।
सेनाध्यक्ष लेंगे आज जायजा
सेनाध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी भी जम्मू कश्मीर पहुंचे हैं। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद स्थिति का जायजा लिया। उनके पहलगाम भी जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है। सेना प्रमुख के साथ उत्तरी कमान के सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार भी मौजूद हैं. श्रीनगर पहुंचने पर सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी को 15 कॉर्प्स के शीर्ष अधिकारियों ने मौजूदा स्थिति की जानकारी दी। 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन वैली में आतंकी हमले के अगले दिन गृह मंत्री अमित शाह खुद वहां पर पहुंचे थे। शाह ने ग्राउंड पर ही पूरे हमले की ब्रीफिंग ली थी।
बता दें कि ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025 के अनुसार, भारत 14वें स्थान पर है, जो दिखाता है कि आतंकवाद का खतरा कम नहीं हुआ। जम्मू-कश्मीर में 2014-2020 के बीच 2,546 हमले हुए, जिनमें 481 सुरक्षाकर्मी और 215 नागरिक मरे।
गृह मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि 2014-2018 में 9,125 हमले हुए, जिनमें से अधिकांश छोटे थे, लेकिन बड़े हमलों की रोकथाम में कमी साफ दिखती है।