डिजिटल न्यूज डेस्क, बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं के एक मेडिकल कालेज में बिना इलाज के मासूम बच्ची की मृत्यु हो गई। इस मामले में गुरुवार को प्राचार्य ने ईएनटी विभाग के विभागाध्यक्ष समेत दो डाक्टरों की सेवा समाप्त कर दिया, जबकि बाल रोग विभाग में तैनात डाक्टर समेत दो कर्मियों को निलंबित कर दिया।
मेडिकल कॉलेज में बुधवार को डाक्टर मैच खेलते रहे और मासूम की मृत्यु हो जाने का मामला सामने आया था। इसका संज्ञान लेते हुए प्राचार्य ने गुरुवार को एक जांच समिति गठित कर जांच कराई थी। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद देर शाम यह कार्रवाई की गई है।
पर्चा बनवाने के बाद भी किसी डॉक्टर ने बच्चे को नहीं देखा
मूसाझाग थाना क्षेत्र के गांव थल्लिया नगला निवासी नाजिम अली की पांच वर्षीय बेटी शौफिया को कई दिनों से बुखार था। बुधवार को उसके गले में इंफेक्शन हो गया था। गले में असहनीय दर्द होने पर नाजिम अपनी पत्नी के साथ बेटी को लेकर बुधवार को सुबह नौ बजे मेडिकल कॉलेज पहुंचा था।
वहां पर्चा बनवाने के बाद भी किसी डॉक्टर ने उसकी बेटी को नहीं देखा। इमरजेंसी वार्ड तक में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। वहां मौजूद स्टाफ ने नाजिम और उसकी पत्नी को कभी 114 नंबर कमरे में भेजा, तो कभी 130 नंबर कमरे में जाने को कहा। वह काफी देर तक डॉक्टर को तलाशता रहा, लेकिन कोई डॉक्टर नहीं मिला। समय पर उपचार न मिलने पर मासूम की मौत हो गई।