डिजिटल न्यूज डेस्क, वायनाड। केरल के वायनाड में सोमवार और मंगलवार की दरम्यानी रात हुए भूस्खलन से इलाके में भारी नुकसान हुआ है। इस भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 300 पार कर गई है। हादसे के बाद जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में ड्रोन की मदद से लोगों को खोजने की कोशिश की जा रही है।
इस बीच, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने जो तस्वीरें सैटेलाइट से जारी की हैं, उससे भी इस भयानक त्रासदी का पता चल रहा है। राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (एनआरएससी) ने वायनाड जिले के चूरलमाला में हुए बड़े भूस्खलन से पहले और बाद में अपने उपग्रहों द्वारा ली गई उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाली तस्वीरें गुरुवार को जारी कीं। 30 जुलाई के भूस्खलन में करीब 86,000 वर्गमीटर जमीन अपनी जगह से खिसकी है। मिट्टी के इस बहाव की लंबाई करीब 8 किलोमीटर बताई जा रही है। यह भूस्खलन, एक पुराने भूस्खलन की ही जगह पर हुआ है।
वायनाड में 92 राहत शिविरों की स्थापना की गई है, जिसमें 9428 लोगों को रखा गया है. चूरामाला में नौ राहत शिविर स्थापित किए गए हैं जिसमें 1571 लोगों को रखा गया है।