मुंबई। वस्तु एवं सेवा कर खुफिया विभाग के महानिदेशक (डीजीजीआई) की नागपुर शाखा ने 213.87 करोड़ रुपये की इनपुट टेक्स क्रेडिट धोखाधड़ी में शामिल गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस धोखाधड़ी को उन कंपनियों के जरिये अंजाम दिया गया, जो सिर्फ कागजों पर ही थी।
डीजीजीआई के अधिकारियों के अनुसार, तीन फर्जी कंपनियों के माध्यम से इस जालसाजी को अंजाम दिया गया। फर्जी कंपनियों के नाम पर तंबाकू उत्पादों का संदिग्ध तरीके से आईसीडी मिहान (नागपुर) में निर्यात करने के बाद आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) रिफंड का दावा किया जाता रहा है। एक जुलाई से नागपुर में विभिन्न जगहों पर तलाशी के बाद इस गिरोह का पता चला। सरगना के बारे में अधिकारियों को जानकारी मिली है। आईटीसी रिफंड में से 123.97 करोड़ रुपये पहले ही हिंगना स्थित सीजीएसटी यूनिट प्रोसेसिंग कर चुकी है, जबकि डीजीजीआई के समय पर हस्तक्षेप से शेष 89.90 करोड़ रुपये के रिफंड को रोक लिया गया।

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