डिजिटल न्यूज डेस्क, नई दिल्ली। सरकार ने सोमवार को बताया कि घरेलू एयरलाइनों ने इस साल 31 मई तक 7,030 अनुसूचित उड़ानें रद्द की हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा राज्यसभा में पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार, 2024 में एयरलाइनों की ओर से 4,56,919 अनुसूचित उड़ानों का संचालन किया गया।
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने एक प्रश्न के लिखित जवाब में कहा कि साल 2022 में 6,413 उड़ानें रद्द की गई थीं। यह संख्या साल 2023 में बढ़कर 7,427 हो गई और इस साल यानी साल 2024 के पहले पांच महीने में ही (31 मई तक) 7,030 उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं।
मंत्री ने ‘डिजी यात्रा’ के बारे में एक सवाल के जवाब में बताया कि इसे देश भर के हवाई अड्डों पर चरणबद्ध तरीके से शुरू करने की योजना है। अब तक 2.5 करोड़ से अधिक हवाई यात्रियों ने डिजी यात्रा का उपयोग किया है। उन्होंने बताया कि यह यात्रा ‘फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी’ (एफआरटी) पर आधारित है। यह हवाई अड्डों पर विभिन्न जांच बिंदुओं पर यात्रियों की संपर्क रहित, निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करती है।
बता दें कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने वित्त वर्ष 2019-20 से वित्त वर्ष 2023-24 तक लगभग 23,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जबकि सार्वजनिक-निजी भागीदारी और अन्य हवाई अड्डा परिचालकों ने इसी अवधि के दौरान लगभग 49,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। समीक्षा में कहा गया, “भारत में हवाई अड्डों की संख्या 2014 से दोगुनी से अधिक हो गई है।