– 15 अगस्त से वैक्सीन की दो खुराक लेने वालों को मिली लोकल ट्रेनों में यात्रा की अनुमति
प्रहरी संवाददाता, मुंबई। आखिरकार अदालत के दखल के बाद महाराष्ट्र सरकार ने वैक्सीन की दो खुराक लेनेवाले आम मुंबईकरों को मुंबई की लाइफ लाइन लोकल ट्रेन की सवारी पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटा दिया है। मुंबईकरों को 15 अगस्त से लोकल ट्रेन में चढ़ने की आजादी मिलेगी। हालांकि इसके लिए महाराष्ट्र सरकार के ऐप पर लोगों को अपना पंजीकरण कराना होगा। ऐप से यात्रा पास जारी किया जाएगा, जिसके बाद रेल टिकट या सीजन टिकट उपलब्ध हो सकेगा। वैक्सीन की दो खुराक लेनेवाले स्थानीय मनपा कार्यालय में भी अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने डिजिटल माध्यम से जनता को संबोधित करते हुए रविवार को यह घोषणा की है। पिछले वर्ष नवंबर में नवरात्र से पहले महिलाओं को लोकल में अनुमति देने के साथ सामान्य लोगों के लिए लोकल के द्वार खोले गए थे, लेकिन कोविड की दूसरी लहर तेज होने से आम लोगों को ट्रेन की यात्रा करने से रोक दिया गया।
हालांकि फरवरी में लोकल ट्रेनों में सामान्य लोगों को सशर्त यात्रा की अनुमति तो मिल गई थी, लेकिन 1 फरवरी से आम लोगों को नॉन पीक आवर्स यानी सुबह पहली लोकल चलने से लेकर सुबह 7 बजे तक और उसके बाद दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक और फिर रात 9 बजे के बाद आखिरी लोकल चलने तक यात्रा की अनुमति दी गई। हाल ही में राज्य सरकार ने मुंबई के मार्केट को रात दस बजे तक खोले रखने का निर्देश दिया था।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में लॉकडाउन के बाद स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया गया है। चिकित्सा सुविधाओं व दवाइयों की आपूर्ति बेहतर की गई है। वैक्सीन की किल्लत को दूर करने का प्रयास किया गया। राज्य में जिनोम सीक्वेंसिंग लैब शुरू की गई है। पूरे देश में इस तरह की लेब मुंबई महानगर पालिका ने शुरू की है।
उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न संस्थान अपने दफ्तरों को 24 घंटे खोल सकते हैं, लेकिन उन्हें समय का नियोजन करना पड़ेगा। एक ही वक्त पर दफ्तरों में ज्यादा भीड़ भाड़ से बचना होगा। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है, लेकिन केरल और अन्य देशों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। दूसरी लहर में 80000 मरीज ऑक्सीजन बेड पर थे। इसलिए लोगों को लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने पर हमें दोबारा लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है। इसके अलावा दूसरा कोई चारा नहीं है।